बैंक मनी

बैंक मनी या जमा धन क्या है?

आधुनिक अर्थव्यवस्था में मुद्रा का एक महत्वपूर्ण रूप है यह वह धन है जो बैंकों में खाताधारकों द्वारा जमा किया जाता है और जिसका उपयोग भुगतान, लेन-देन और अन्य वित्तीय कार्यों के लिए किया जाता है  बैंक मनी नकद नहीं होती, लेकिन यह पैसे के डिजिटल या चेकिंग रूप के रूप में कार्य करती है, जिसे आप चेक, डेबिट कार्ड या ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से इस्तेमाल कर सकते हैं।

बैंक मनी कैसे काम करती है?

जब आप किसी बैंक में पैसे जमा करते हैं, तो उस पैसे को बैंक मनी कहते हैं। यह प्रक्रिया बहुत सरल है। सोचिए, जब आप अपने पैसे को बैंक में रखते हैं, तो बैंक उस पैसे का उपयोग कई तरीकों से करता है।

  1. लोन देना: बैंक आपके जमा किए गए पैसे को उन ग्राहकों को लोन देने में इस्तेमाल करता है जिन्हें पैसों की जरूरत होती है। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति घर खरीदने के लिए लोन लेता है, तो उसका पैसा सीधे आपकी जमा राशि से  जाता है। इससे बैंक को ब्याज मिलता है और साथ ही आपको भी अपने पैसे पर थोडा ब्याज मिलता है।
  2. निवेश करना: बैंक आपके जमा किए गए पैसे को अलग-अलग तरीकों से अलग अलग जगह निवेशों में भी लगाता है, जैसे कि सरकारी बॉंड्स या अन्य फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स। इससे बैंक को मुनाफा होता है, जो आपके तथा बैंक दोनों के लिए फायदेमंद होता है।
  3. सुरक्षित रखना: हालांकि बैंक आपके पैसे का उपयोग करता है, लेकिन वह हमेशा यह सुनिश्चित करता है कि आपके पास जब भी पैसे निकालने की जरूरत हो, तो आपको आसानी से मिल जाएं। इसलिए बैंक एक निश्चित मात्रा में नकद या रिज़र्व रखता है, ताकि आप बिना किसी चिंता के अपने पैसे निकाल सकें तथा इसके साथ ही बैंक आपके पैसों को सुरक्षा भी मुहैया कराता है ।

बैंक मनी नकद (Cash) से अलग होती है। नकदी (Cash) भौतिक रूप से आपके पास होती है, जैसे कि सिक्के और नोट, जबकि बैंक मनी डिजिटल होती है और यह आपके बैंक खाते में रहती है। इसे आप ऑनलाइन ट्रांसफर, चेक या कार्ड के जरिए इस्तेमाल करते हैं।

BANK MONEY 
Cheque 
Cards 
NEFT, RTGS, APPS 

चेक से संबंधित प्रक्रिया में तीन प्रमुख पक्ष शामिल होते हैं:

  1. ड्रॉअर (Drawer): ड्रॉअर वह व्यक्ति या संस्था होती है जो चेक जारी करती है। यह वह व्यक्ति है जिसका बैंक में खाता है और वह किसी अन्य व्यक्ति को भुगतान करने का निर्देश देता है।
  2. ड्रॉई (Drawee): ड्रॉई वह बैंक होता है जिसे चेक के माध्यम से भुगतान करने का निर्देश दिया जाता है। ड्रॉअर का बैंक ड्रॉई होता है, जो चेक प्रस्तुत करने पर निर्दिष्ट राशि का भुगतान करता है।
  3. पेयी (Payee): पेयी वह व्यक्ति या संस्था होती है जिसे चेक द्वारा भुगतान किया जाता है। यह वह पक्ष है जिसे ड्रॉअर द्वारा निर्दिष्ट किया जाता है कि चेक की राशि उसे प्राप्त होनी चाहिए।

बैंक मनी के फायदे

  1. सुरक्षा: बैंक मनी आपके घर पर नकदी रखने की तुलना में अधिक सुरक्षित होती है।
  2. सुविधा: इसे डिजिटल रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे लेन-देन तेज और सुविधाजनक हो जाते हैं।
  3. ब्याज: कई प्रकार के जमा खाते (जैसे बचत खाते) पर आपको ब्याज भी मिलता है।
  4. संचालित लचीलापन: बैंक मनी आपको बिना नकदी के भी व्यापार और खरीदारी करने की सुविधा देती है।

बैंक मनी के नुकसान

आइए, बैंक मनी के कुछ प्रमुख नुकसान पर चर्चा करते हैं:

  1. कम ब्याज दर
  1. बैंक मनी पर जो ब्याज मिलता है, वह अक्सर महंगाई के मुकाबले बहुत कम होता है। इसका मतलब है कि आपके पैसे की वास्तविक कीमत समय के साथ साथ कम हो सकती अथवा होती है। जब आप अपने पैसे को बैंकों में रखते हैं, तो आपको अधिक लाभ नहीं मिल पाता है, जिससे आपकी धन की क्रय शक्ति में कमी आ सकती है।
  • निकासी शुल्क
    • कुछ बैंक पैसे निकालने पर शुल्क लेते हैं। यदि आप अपनी जमा राशि को बार-बार निकालते हैं, तो यह शुल्क धीरे-धीरे बढ़ सकता है और आपकी बचत को प्रभावित कर सकता है।
  • तरलता की समस्या
    • बैंक में जमा पैसे तुरंत निकाले जा सकते हैं, लेकिन अगर आपका पैसा किसी फिक्स्ड डिपॉजिट में है, तो आपको इसे तोड़ने पर कुछ दंड देना पड़ सकता है। यह लिक्विडिटी समस्या हो सकती है, विशेष रूप से जब आपको तुरंत पैसे की जरूरत हो।
  • बैंक की स्थिरता पर निर्भरता
    • बैंक मनी की एक और प्रमुख सीमा यह है कि यह पूरी तरह से बैंक की स्थिरता और नीतियों पर निर्भर होती है। अगर किसी बैंक को वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है, तो आपके पैसे की सुरक्षा खतरे में आ सकती है, भले ही यह बहुत ही दुर्लभ हो।

चेक के प्रकार

चेक (Cheque) कई प्रकार के होते हैं, जो उनकी उपयोगिता और विशेषताओं के आधार पर भिन्न होते हैं। यहां चेक के प्रमुख प्रकार दिए गए हैं:

  1. बियरर चेक (Bearer Cheque) यह वह चेक होता है जिसे चेक पर उल्लेखित व्यक्ति या इसे रखने वाला कोई भी व्यक्ति बैंक से राशि निकाल सकता है।
  1. इस चेक को बैंक में प्रस्तुत करने पर बिना किसी पहचान पत्र की आवश्यकता के राशि मिल जाती है।
    1. इसे नकद चेक भी कहा जा सकता है क्योंकि इसे प्रस्तुत करने वाला कोई भी व्यक्ति इसे भुना सकता है।
  • क्रॉसेड़ चेक  (Crossed cheque)
  1. इस प्रकार के चेक के ऊपरी बाएं कोने में दो समानांतर रेखाएं खींची जाती हैं।
  1. क्रॉस्ड चेक की राशि नकद में नहीं दी जाती, बल्कि सीधे पेयी के बैंक खाते में जमा की जाती है।
  2. यह चेक सुरक्षा के लिए उपयोगी होता है और धन को ट्रैक रखने में मदद करता है।
  • बैंक ड्राफ्ट (Bank Draft)
  1. ·  यह चेक बैंकों द्वारा जारी किया जाता है और इसे ड्रॉअर की जगह बैंक का नाम होता है।
  2. ·  यह एक सुरक्षित प्रकार का चेक है क्योंकि इसमें धोखाधड़ी की संभावना कम होती है।
  • अनपेक्षित चेक (Dishonored Cheque)
  1. जब चेक किसी कारणवश बैंक द्वारा अस्वीकार कर दिया जाता है, तो इसे अनपेक्षित चेक कहा जाता है। यह तब होता है जब चेक की राशि खाता में उपलब्ध नहीं होती या चेक में कोई त्रुटि होती है।

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